Tomato Price: मानसून के दस्तक देने के बाद से आम आदमी महंगाई की मार झेल रहा है। कमर तोड़ती महंगाई में अचानक बढ़ी टमाटर कीमतों ने लोगों को खून के आंसू रुला दिए। देश के ज्यादातर इलाकों में टमाटर के दाम तीन अंकों में पहुंच गए। कहीं-कहीं तो टमाटर 200 प्रति किलोग्राम की दर से भी बिक रहा है। टमाटर की कीमतों को कम करने के लिए अब सरकार ने मास्टरप्लान तैयार कर लिया है। आइये आपको बताते हैं सरकार कैसे लोगों को टमाटर की बढ़ती कीमतों से राहत देने वाली है।
टमाटरों की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने के लिए उपभोक्ता मामलों के विभाग ने राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ (नेफेड) और राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता महासंघ (एनसीसीएफ) को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। ये दोनों ही विभाग अब टमाटर की आपूर्ति के लिए प्रमुख केंद्रों पर बड़ी मात्रा में एक साथ वितरण करेंगे।
इसके लिए नेफेड और एनसीसीएफ को आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र की मंडियों से तुरंत टमाटर खरीदने का निर्देश दिया गया है। इन जगहों से टमाटर खरीदकर उन प्रमुख केंद्रों पर भेजा जाएगा जहां पिछले एक महीने में टमाटर की खुदरा कीमतें अधिकतम दर्ज की गई हैं। उम्मीद है कि इससे लोगों को बड़ी राहत मिलेगी और शुक्रवार तक दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में टमाटर रियायती कीमतों पर बेचे जाएंगे।
एक बयान में कहा गया है कि इस सप्ताह शुक्रवार तक टमाटर का स्टॉक दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में उपभोक्ताओं को रियायती कीमतों पर खुदरा दुकानों के माध्यम से वितरित किया जाएगा। वितरण के लिए लक्षित केंद्रों की पहचान पिछले महीने में खुदरा कीमतों में पूर्ण वृद्धि के आधार पर की गई है, जहां मौजूदा कीमतें राष्ट्रीय औसत से ऊपर हैं।
हाल के दिनों में देश भर में टमाटर की कीमतें बढ़ी हैं, जिससे आम आदमी के घरेलू बजट पर काफी असर पड़ा है। टमाटर ही नहीं आपूर्ति में आ रही दिक्कतों और मौसम की वजह से अन्य सब्जियों के दाम भी आसमान छू रहे हैं। बता दें कि गुजरात और मध्यप्रदेश के बाजारों में टमाटर की आपूर्ति ज्यादातर महाराष्ट्र और खासकर सतारा, नारायणगांव और नासिक से होती है। दिल्ली-एनसीआर में टमाटर की ज्यादातर आपूर्ति हिमाचल प्रदेश से होती है और इसका कुछ हिस्सा कर्नाटक के कोलार से आता है।
सूत्रों के मुताबिक नासिक जिले से टमाटर की नई फसल की आपूर्ति जल्द होने की उम्मीद है। इसके साथ ही अगस्त में नारायणगांव और औरंगाबाद क्षेत्रों से अतिरिक्त आपूर्ति की संभावना है। मध्यप्रदेश से भी आवक शुरू होने की उम्मीद है। इन आपूर्तियों के पूरा होते ही आने वाले समय में टमाटर की कीमतों में कमी आने की उम्मीद है।