अंबिकापुर: छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग द्वारा चलाए जा रहे मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ को विश्राम गृह उदयपुर से हरी झंडी दिखाकर जिले के विकास खंडों के लिए रवाना किया गया है।
‘‘बात हे अभिमान के महिला मन के सम्मान के’’ सूत्र वाक्य के साथ यह यात्रा सरगुजा जिले के विभिन्न विकास खंडों में जायेगी। । छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की पहल पर प्रदेश की महिलाओं को उनके संवैधानिक अधिकारों और कानूनों की जानकारी देकर जागरूक करने और उनमें आत्मविश्वास बढ़ाने के उद्देश्य से यह न्याय रथ यात्रा शुरू की गई है।
इस अवसर पर मंत्री प्रतिनिधि सिद्धार्थ सिंह देव, राज्य महिला आयोग की सदस्य नीता विश्वकर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष मधु सिंह, जनपद अध्यक्ष भोजवंती सिंह, जिला पंचायत सदस्य राजनाथ सिंह, जनपद सदस्य सरिता महंत, संध्या रवानी, विभा सिंह के अतिरिक्त विभिन्न जनपद सदस्य और महिला एवं बाल विकास विभाग के संरक्षण अधिकारी सुलेखा कश्यप, तहसीलदार मनीष सूर्यवंशी, नायब तहसीलदार डॉ एजाज हाशमी, मुख्यकार्यपालन अधिकारी पारस पैकरा परियोजना अधिकारी बसंती दास तथा अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे।
इस दौरान विश्राम गृह उदयपुर में मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ से संबंधी लघु फिल्मों का प्रदर्शन किया गया।मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ यात्रा राज्य महिला आयोग के माध्यम से संचालित की जा रही है। यह रथ सभी विकास खंड के गांव-गांव तक भ्रमण कर लोगों को शॉर्ट फिल्मों, संदेशों और ब्रोशर के माध्यम से महिलाओं के कानूनी प्रावधानों और उनके संवैधानिक अधिकारों के बारे में अवगत कराएगा। इस अभियान के तहत महिलाओं को निःशुल्क कानूनी सहायता भी दी जाएगी। महतारी न्याय रथ के माध्यम से महिलाओं की समस्याओं को सुनकर उन्हें जानकारी और सलाह देंगे। महिलाऐं शिकायत पेटी में शिकायत भी डाल सकते है। न्याय रथ के माध्यम से महिलाएं आवेदन भी दे सकेंगी। प्राप्त आवेदनों का महिला आयोग द्वारा निराकरण किया जाएगा। रथ में बड़ी एलईडी स्क्रीन में छत्तीसगढ़ी और हिंदी भाषा की विभिन्न कानूनों से संबंधित राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत लघु फिल्में दिखाई जाएंगी। महतारी न्याय रथ का संचालन डीएमएफ राशि से किया जाएगा।
राज्य महिला आयोग की सदस्य नीता विश्वकर्मा ने बताया कि शिक्षित, अशिक्षित, गृहणी, नौकरी कर रही सभी महिलाओं को महिला आयोग के कार्यों और महिलाओं के लिए बनाए गए कानूनों, नियमों और उनके अधिकारों को जानना बहुत जरूरी है। इसके लिए हरेली तिहार से मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ की शुरूआत हुई है। महतारी न्याय रथ के माध्यम से बताया जाएगा कि महिलाएं अपनी समस्याओं के समाधान और निःशुल्क तथा त्वरित न्याय पाने के लिए महिला आयोग में किस तरह आवेदन कर सकती हैं। इससे पहले भी महिला आयोग ने वाट्सएप नंबर 9098382225 जारी किया है, जिसके माध्यम से महिलाएं आयोग में अपनी शिकायत दर्ज करा सकती हैं।
महिला आयोग सदस्य नीता विश्वकर्मा ने कहा है कि छत्तीसगढ़ की माताओं और बहनों को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक रूप से सशक्त बनाने के लिए बीते चार वर्षों में राज्य सरकार ने विभिन्न स्तरों पर अनेक योजनाएं संचालित की हैं। हमारी इन योजनाओं की सफलता पूरे देश में उदाहरण बनी है। अब एक कदम और बढ़ते हुए एक नयी योजना की शुरुआत की जा रही हैं। यह योजना देश में अपनी तरह की पहली योजना होगी। इससे महिलाएं जागरूक होंगी और उनमें आत्मविश्वास बढ़ेगा। महिलाओं को कानूनी अधिकारों की जानकारी से राज्य में महिलाओं के साथ होने वाली अपराधों में कमी आएगी। जिले में यह रथ सप्ताहभर सभी विकासखण्ड में घुम-घुमकर जागरूकता फैलायेगी।