अम्बिकापुर– शिक्षक भर्ती नहीं होने से आक्रोशित सैकड़ों डीएड, बीएड प्रशिक्षित युवाओं ने रैली निकाल मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। प्रदेश के सभी 33 जिलों में छत्तीसगढ़ प्रशिक्षित डीएड एवं बीएड संघ के बैनर तले जल्द से जल्द 33 हज़ार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा गया। इसी तारतम्य में सरगुजा जिले के प्रशिक्षित युवाओं ने भी घड़ी चौक पर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए रैली के रूप में कलेक्टर कार्यालय पहुंच ज्ञापन सौंप कर शिक्षक भर्ती की मांग 15 सितंबर तक प्रारम्भ नही होने पर 21 सितंबर से राजधानी रायपुर में अनिश्चितकालीन अनशन और उग्र आंदोलन की चेतवनी दी। इस दौरान सरकार सद्बुद्धि प्रदान करने की कामना के साथ युवाओं ने घड़ी चौक पर हुनमान चालीसा का भी पाठ किया।
मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में संघ नें जानकारी दी है कि छत्तीसगढ़ में लाखों की संख्या में डीएड और बीएड प्रशिक्षित युवा लंबे समय से शिक्षक भर्ती का इंतज़ार कर रहे हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा द्वारा जारी घोषणा पत्र, जिसे उन्होनें मोदी की गायरेन्टी का नाम दिया था उसमें भी 57 हज़ार शिक्षक भर्ती का वादा किया था। यही नहीं भाजपा सरकार बनने के बाद पहले विधानसभा सत्र के दौरान तत्कालीन शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने विधानसभा में वर्तमान शिक्षण-सत्र में 33 हज़ार शिक्षक की घोषणा की थी लेकिन आज तक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरु नहीं होने से प्रशिक्षित युवाओं में रोष व्याप्त है। सभी युवाओं को यह महसूस होने लगा है कि भाजपा सिर्फ वोट पाने के लिए युवाओं के साथ लोकलुभावन वादे करती है और वोट पाकर सत्ता में आते ही अपने वादे भूल जाती है।
प्रदेश के लाखों प्रशिक्षित युवा बेरोजगार युक्तियुक्तकरण के नाम पर प्रदेश भर के 4077 स्कूलों को बन्द किये जाने का भी विरोध कर रहे हैं। युवाओं का कहना है कि शिक्षक भर्ती की तेज होती मांग को देखते हुए ही सरकार ने युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया शुरू की है, ताकि बड़ी संख्या में स्कूल बंद होने पर शिक्षकों की भर्ती ना करनी पड़े। संघ के पदाधिकारियों ने कहा है कि हम सरकार के इस षडयंत्र को समझ चुके है और हम किसी भी हाल में प्रदेश के हज़ारों स्कूलों को बन्द नही होने देंगे साथ ही 15 सितंबर तक शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया शुरू नहीं होने पर 21 सितंबर को राजधानी रायपुर में उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।