Big Breaking :- नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली है।9 जून को मोदी के अलावा उनकी सरकार के 71 मंत्रियों ने भी शपथ ली।मोदी के नए मंत्रिमंडल में स्मृति ईरानी, अनुराग ठाकुर, और अर्जुन मुंडा समेत 37 पुराने मंत्रियों को जगह नहीं मिली है। पीएम मोदी के पहले के 19 कैबिनेट मंत्रियों समेत 34 मंत्रियों को बरकरार रखा गया है। इनमें राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, और एस जयशंकर शामिल हैं।
मोदी के मंत्रिमंडल में पहली बार शामिल होने वालों में तीन पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल खट्टर, और एचडी कुमारस्वामी का नाम भी शामिल है। कुछ मंत्रियों को एक अंतराल के बाद वापस लाया गया है, जिनमें बीजेपी प्रमुख जेपी नड्डा का नाम शामिल है। नड्डा मोदी के पहले कार्यकाल में मंत्री थे।मोदी के नए मंत्रिमंडल में उत्तर प्रदेश और बिहार को सबसे ज्यादा प्रतिनिधित्व मिला है, जबकि महाराष्ट्र से भी छह सांसदों को मंत्री बनाया गया है, जहां इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। लोकसभा में सबसे ज्यादा 80 सदस्य भेजने वाले उत्तर प्रदेश को नौ मंत्री पद मिले हैं, जिनमें एक कैबिनेट मंत्री शामिल है, जबकि बिहार से आने वाले कुल आठ मंत्रियों में से चार को कैबिनेट पद मिले हैं।
गुजरात, मध्य प्रदेश, और राजस्थान से पांच-पांच सांसदों को भी मंत्री बनाया गया है। हरियाणा, आंध्र प्रदेश, और तमिलनाडु से तीन-तीन मंत्री बनाए गए हैं। ओडिशा, असम, झारखंड, तेलंगाना, पंजाब, पश्चिम बंगाल, और केरल को दो-दो मंत्री पद मिले हैं।नए मंत्रिमंडल में एनडीए में शामिल बीजेपी के सहयोगियों को पांच कैबिनेट मंत्री पद मिले हैं, जबकि इस बार बीजेपी को अपने दम पर पूर्ण बहुमत नहीं मिला है। जनता दल सेकुलर के एचडी कुमारस्वामी, हिंदुस्तानी आवामी मोर्चा के जीतन राम माझी, जनता दल यूनाइटेड के राजीव रंजन, तेलगु देशम पार्टी के किन्नरापुर राम मोहन नायडू, और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के चिराग पासवान ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली है। बीजेपी के सहयोगी दलों से इस बार दो स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री और चार राज्य मंत्री भी शामिल हैं, जिससे कुल 11 चेहरों को मंत्री पद मिला है।