इस साल गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। बच्चों से लेकर बड़ों तक, सभी ने असहनीय गर्मी का सामना किया है। तापमान में अप्रत्याशित वृद्धि ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है, जिसके चलते कई राज्यों ने समर वेकेशन की अवधि बढ़ा दी है। हालांकि, अब कुछ राज्यों में मानसून के प्रवेश से जल्द ही राहत मिलने की उम्मीद है।
राजस्थान:-राजस्थान में 36 दिनों के ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद, स्कूल 24 जून से खुल गई हैं। हालांकि, विद्यार्थियों के लिए स्कूल 1 जुलाई से शुरू होंगे। फिलहाल, शिक्षक स्कूल जाकर नए एडमिशन और अन्य तैयारियों में जुटे हैं।
उत्तर प्रदेश:-उत्तर प्रदेश में गर्मी की छुट्टियां बढ़ा दी गई हैं। कक्षा 1 से 8 तक के परिषदीय और मान्यता प्राप्त विद्यालयों में समर वेकेशन की अंतिम तारीख 15 जून से बढ़ाकर 27 जून कर दी गई है। शिक्षक 25 जून से स्कूल आना शुरू करेंगे, जबकि बच्चे 28 जून से स्कूल आएंगे।
दिल्ली:-दिल्ली में सभी सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में 11 मई से समर वेकेशन शुरू हुआ था। अब स्कूल 30 जून 2024 तक बंद रहेंगे। अधिकांश स्कूल 1 जुलाई से शुरू होंगे, लेकिन सरकारी और प्राइवेट स्कूल अपनी सुविधा अनुसार निर्णय ले सकते हैं। अगर मौसम सामान्य नहीं हुआ, तो स्कूल जुलाई में ही खुलेंगे।
हिमाचल प्रदेश:-हिमाचल प्रदेश के समर क्लोजिंग स्कूलों में 22 जून से 29 जुलाई तक मानसून ब्रेक रहेगा। जिला कुल्लू में यह ब्रेक 23 जुलाई से 14 अगस्त तक रहेगा। विंटर क्लोजिंग स्कूलों में 22 जुलाई से 29 जुलाई तक छुट्टियां रहेंगी।
हरियाणा:-हरियाणा के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल 30 जून तक बंद रहेंगे और 1 जुलाई से फिर से खुलेंगे।
पंजाब:-पंजाब सरकार ने भीषण गर्मी के चलते सभी सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों में 21 जून से 30 जून तक ग्रीष्मकालीन छुट्टियों को बढ़ाने का ऐलान किया है।
छत्तीसगढ़:-छत्तीसगढ़ में गर्मी की छुट्टियों को 25 जून तक बढ़ा दिया गया है। स्कूल 26 जून से खुलेंगे और क्लास भी उसी दिन से शुरू होंगी।
जम्मू कश्मीर:-जम्मू कश्मीर के जम्मू संभाग के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में 1 जून से 16 जुलाई तक ग्रीष्मकालीन छुट्टियों की घोषणा की गई है।
इस प्रकार, बढ़ती गर्मी को देखते हुए विभिन्न राज्यों ने समर वेकेशन की अवधि को बढ़ाकर विद्यार्थियों और शिक्षकों को राहत प्रदान करने का प्रयास किया है। अब मानसून के आगमन से जल्द ही गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है।