अंबिकापुर: सरगुजा जिले के बतौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इंजेक्शन के बाद तबीयत बिगड़ने से नवजात शिशु की मौत होने पर परिजनों ने हंगामा कर दिया.
दरसअल सरगुजा जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर ग्राम कुनकुरी के रहने वाले ननका अपनी पत्नी को डिलीवरी के लिए बतौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया था. जहां नवजात बच्चे का जन्म सुबह 8:00 बजे होने के बाद उसे टीका लगाया गया. लेकिन उसके बाद उसकी तबीयत अचानक बिगड़ने लगी. वही तबीयत खराब होता देख डॉक्टर के द्वारा अंबिकापुर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया. वही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एंबुलेंस नहीं मिलने से परिजन काफी समय तक परेशान होते रहे. जिसके बाद प्राइवेट वाहन से जिला अस्पताल पहुंचे. जहां अस्पताल में भर्ती करते ही डॉक्टरों ने नवजात बच्चे को मृत घोषित कर दिया.
परिजनों ने बतौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर और नर्सो के ऊपर लापरवाही करने का आरोप लगाया है. ना तो वहां लाइट की व्यवस्था है. ना पेयजल की व्यवस्था और समय पर डॉक्टर व नर्सो के द्वारा इलाज भी नहीं किया जाता है. वही सबसे बड़ी बात यह है कि रेफर करने वाले मरीजो को ले जाने के लिए समय पर एम्बुलेंस तक कि व्यवस्था नही है. वही परिजनों ने कहा कि हम आवाज इसलिए उठा रहे कि किसी दूसरे के साथ ऐसा दोबारा ना हो सके. इधर इस पूरे मामले की जानकारी लगते ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने रिपोर्ट मंगाई और रिपोर्ट के आधार पर जांच कमेटी बनाने की बात कही है. वही एंबुलेंस की सुविधा नहीं होने की बात को माना है और आने वाले समय में किसी भी प्रकार की समस्या ना हो इस पर ध्यान देने की बात भी कही है।