Vishrampur police arrested five accused for stealing iron and copper from SECL’s Shakti dragline machine
सूरजपुर: विश्रामपुर पुलिस ने एसईसीएल के शक्ति ड्रगलाईन मशीन से लोहा व तांबा चोरी करने के मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 2,57,700 रूपये कीमत के वस्तु व मोटर सायकल जब्त करने में सफलता हासिल की है।
पुलिस ने बताया कि 12 फरवरी के रात्रि गश्त के दौरान थाना विश्रामपुर पुलिस को मुखबीर से सूचना मिली कि ग्राम गांगीकोट शक्ति ड्रगलाईन के पास कुछ लोग गैस कीट व गैस कटर का उपयोग कर मशीन को काट कर उमें प्रवेश द्वार जैसा बनाकर उसके अंदर घुसकर मशीनों व तांबा तार की चोरी कर रहे है। इसे दौरान थाना विश्रामपुर की पुलिस फौरन मौके पर पहुंची जहां शक्ति ड्रगलाईन के समीन कुछ व्यक्ति दिखे जो पुलिस को देखकर रात्रि व झाड़ियों का सहारा लेकर भाग निकले जिनमें से 5 व्यक्ति मुकेश सोनी पिता जगबंधन सोनी उम्र 28 वर्ष निवासी केनापारा, बनारसी यादव पिता बसंत उम्र 37 वर्ष निवासी रामनगर, संतोष सिंह उर्फ गुड मार्निंग पिता ललन सिंह उम्र 20 वर्ष निवासी कुम्दा बस्ती विश्रामपुर, आकाश सोनी पिता राजकुमार उम्र 32 वर्ष निवासी जेएमक्यू कालोनी विश्रामपुर व अमीरउल्ला खान उर्फ सुखल पिता सहदुल्ला खान उम्र 46 वर्ष निवासी आरटीआई कालोनी विश्रामपुर को घेराबंदी कर पकड़ा गया जिनके कब्जे से कापर वायर 20 मीटर वजनी करीब 3 क्वींटल, एलपीजी सिलेण्डर 1 नग, मशीन का कटिंग हुआ लोहे का पार्ट वजनी करीब 90 किलो, 1 नग चैन पुल्ली, 1 नग आक्सीजन सिलेण्डर मय पाईप नोजल कटर, 2 नग मोटर सायकल, 1 नग तांबे का प्लेटनुमा टुकड़ा 40 किलो कुल कीमत करीब 2 लाख 57 हजार 7 सौ रूपये का जप्त किया गया। आरोपियों के द्वारा एसईसीएल कंपनी द्वारा खुदाई हेतु उपयोग किए जाने वाले मशीन ड्रगलाईन जो लोकसम्पत्ति की श्रेणी में आता है उसे नुकसान पहुंचाते हुए उसके बाहरी आवरण को गैस कटर से काटकर मशीन के अंदर प्रवेश कर लोहा व तांबा चोरी करने पर धारा 41(1-4)/379 भादसं. के तहत कार्यवाही करते हुए पांचों को गिरफ्तार किया गया।
इस कार्यवाही में थाना प्रभारी विश्रामपुर के.डी.बनर्जी, एएसआई प्रवीण राठौर, शशि शेखर तिवारी, प्रधान आरक्षक इन्द्रजीत सिंह, अविनाश सिंह, विकास सिंह, रामनिवास तिवारी, आरक्षक ललन सिंह, रविशंकर पाण्डेय, राकेश यादव, आसिफ अख्तर, प्यारे राजवाड़े, मनोज शर्मा, विजय साहू, अभिमन्यू पैंकरा, हेरमन टोप्पो व खेलसाय राजवाड़े सक्रिय रहे।