क्रिकेट के लिए छोड़ा एग्जाम, डेब्यू पर हासिल किया खास मुकाम, फिर हुई टीम से छुट्टी, पर IPL में लगा रहा आग
नई दिल्ली. चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम की जिस पिच पर चेन्नई सुपर किंग्स के ओपनर ऋतुराज गायकवाड़ और डेवॉन कॉन्वे लखनऊ सुपर जायंट्स के गेंदबाजों की जमकर धुनाई कर रहे थे. उसी विकेट पर लखनऊ के ही 22 साल के युवा लेग स्पिनर रवि बिश्नोई ने कमाल की गेंदबाजी की. रवि ने अपने कोटे के 4 ओवर में 28 रन देकर 3 विकेट झटके. रवि ने ऋतुराज गायकवाड़, मोईन अली और शिवम दुबे को अपना शिकार बनाया. इससे पहले, रवि बिश्नोई ने दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ पहले मैच में भी अच्छी गेंदबाजी की थी और 31 रन देकर 2 विकेट झटके थे.
रवि बिश्नोई ने कम उम्र में ही एक लेग स्पिनर के रूप में अपनी पहचान बना ली है. घरेलू क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन के दम पर ही उन्हें पिछले साल फरवरी में टी20 और फिर अक्टूबर में वनडे डेब्यू का मौका मिला था. लेकिन, 10 टी20 और 1 वनडे खेलने के बाद ही रवि की टीम इंडिया से छुट्टी हो गई. जबकि टी20 में उनका प्रदर्शन अच्छा रहा था. रवि ने 10 मैच में 17 की औसत से 16 विकेट लिए थे.
रवि ने पिछले साल फरवरी में वेस्टइंडीज के खिलाफ कोलकाता में अपना टी20 डेब्यू किया था और उन्होंने डेब्यू मैच में ही खास मुकाम हासिल किया था. रवि बिश्नोई ने उस मैच में 17 रन देकर 2 विकेट लिए थे और उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था. इसके बाद इस लेग स्पिनर ने 9 और टी20 खेले और अपनी गेंदबाजी से काफी प्रभावित किया. लेकिन, युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव के कमबैक के बाद रवि बिश्नोई टीम से ऐसे बाहर हुए कि टीम में अबतक वापसी नहीं हो पाई.
रवि बिश्नोई के लिए यहां तक पहुंचने का सफर आसान नहीं रहा. पिता सरकारी टीचर थे तो चाहते थे कि रवि भी पढ़ाई पर ध्यान दे. लेकिन, 10 साल के बाद रवि का मन क्रिकेट में ऐसे रमा कि पढ़ाई पीछे छूट गई और फिर एक ऐसा वक्त भी आया, जब रवि ने आईपीएल के कारण 12वीं की बोर्ड परीक्षा तक छोड़ दी थी.
रवि ने आईपीएल में 2020 में डेब्यू किया था और तब से 3 सीजन खेल चुके हैं. रवि ने अबतक 39 आईपीएल मैच में 42 विकेट लिए हैं. पिछले सीजन में भी इस लेग स्पिनर ने 14 मैच में 13 विकेट लिए थे और लखनऊ सुपर जायंट्स को प्लेऑफ में पहुंचाने में अहम रोल निभाया था.