सूरजपुर: सूरजपुर की टैक्सी गाड़ियां सभी नियमों को धत्ता बता आम लोगो के जान से खिलवाड़ करते धड़ल्ले से सड़कों पर दौड़ रही हैं,संबंधित विभाग समय – समय पर कारवाई के नाम पर खानापूर्ति करता रहता है।जो नाकाफी साबित हो रहा है,यही वजह है की जिले में दुर्घटनाओं के आंकड़ों में बढ़ोत्तरी हुई है।
गौरतलब है कि लगभग एक सप्ताह पहले टैक्सी चालक के द्वारा लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते हुए एक निजी वाहन को टक्कर मार दी थी जिसमे आत्मानंद स्कूल के पांच महिला शिक्षकों सहित आठ लोग बुरी तरह घायल हुए थे, वहीं पूरे साल के आंकड़ों की बात करें तो इन टैक्सी वाहनों ने अभी तक दर्जनों लोगों की जान ले ली है, जिले में ज्यादातर टैक्सियां कबाड़ में तब्दील हो चुके हैं, सीट से ज्यादा सवारी बैठाने की वजह से लोगो के शरीर का काफी हिस्सा वाहन से बाहर निकला रहता है, जो दुर्घटनाओं को आमंत्रण देती हैं, इन पर कारवाई करने के लिए जिले में ट्रैफिक और आर टी ओ विभाग मौजूद हैं,बावजूद इसके सरेआम जिले में ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं और आम लोगो के जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है,वहीं संबंधित अधिकारी स्टाफ की कमी का रोना रो रहे हैं और दूसरे विभाग पर कारवाई ना करने का आरोप लगा रहे हैं,अगर बात करें गाड़ियों की टेक्सी पर्मिट कि तो फेल है फिर भी 40से50 टेक्सी रोजाना सूरजपुर से अम्बिकापुर चल रहे हैं।