राज्य सरकार ने विद्यालयों को मर्ज करने और अतिशेष शिक्षकों को अन्य स्कूलों में पदस्थ करने के नाम पर युक्तियुक्तकरण करने की योजना बनाई है और इसके लिए दिशा निर्देश भी जारी कर दिया गया है । सर्व शिक्षक संघ ने इसका तीखा विरोध किया है, संघ के प्रदेश संयोजक विवेक दुबे ने युक्तियुक्तकरण की खामियों को उजागर करते हुए कहा था कि हम अपनी रणनीति के साथ इसका विरोध करेंगे और अब सर्व शिक्षक संघ में इसका जोर-शोर से विरोध शुरू कर दिया है । प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप पाण्डेय द्वारा बनाए गए रणनीति के अनुरूप सभी विधानसभा में विधायकों को अब मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जा रहा है जिसमे युक्तियुक्तकरण को स्थगित कर पदोन्नति और स्थानांतरण पहले करने की मांग रखी गई है ।
संगठन का कहना है कि पदोन्नति और स्थानांतरण करने से व्यवस्था अपने आप बन जाएगी और सरकार चाहे तो तत्काल एकल शिक्षकीय और शिक्षक विहीन स्कूलों की सूची जारी कर दें और जो भी शिक्षक स्वेच्छा से वहां पदस्थापना चाहते हैं उन्हें पदस्थ कर दें । संघ का कहना है कि जो शिक्षक अन्यत्र जिले में हैं वह स्वेच्छा से अपने गृह जिले के किसी भी एकल शिक्षकीय या शिक्षक विहीन स्कूलों में पदस्थापना देने के लिए तैयार हैं , इसी प्रकार बरसों से पदोन्नति की राह देख रहे शिक्षक भी पदोन्नति के लिए ऐसे स्कूलों में जाने को तैयार हैं पर विभाग उन्हें उनका हक देने के बजाय युक्तियुक्तकरण कर शिक्षकों को अनावश्यक रूप से परेशान कर रहा है । इन्हीं बातों को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने के लिए सर्व शिक्षक संघ विधायकों से मुलाकात कर उन्हें अपनी समस्या से रूबरू कराने का निर्णय लिया है। जिसके तहत आज अंबिकापुर के शिक्षकों ने प्रदेश महासचिव विपिन बिहारी गहवई व जिला अध्यक्ष सुशील गुप्ता के नेतृत्व में अंबिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपते हुए शिक्षकों की समस्या से अवगत कराया जिस पर विधायक ने उनकी बात मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का आश्वासन दिया है । विधायक को ज्ञापन सौंपने पहुंचे शिक्षकों में हीरा लाल प्रजापति, मोनिका कुजूर ,गीता भूपाल ,अंजली लकड़ा और संगीता बंजारे सहित अन्य सदस्य शामिल थे।