Mainpat mahotsav 2023: Colorful inauguration of three-day Mainpat festival, inauguration and foundation stone of development works worth Rs 78 crore
अम्बिकापुर: जिले के प्रभारी एवं नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया के मुख्य आतिथ्य एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत की अध्यक्षता में तीन दिवसीय मैनपाट महोत्सव का रंगारंग शुभारंभ मंगलवार को रोपाखार जलाशय के समीप हुआ। महोत्सव का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं राज्यगीत अरपा पैरी के धार का गायन के साथ किया गया। इस अवसर पर 78 करोड़ रुपये के विकास एवं निर्माण कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया गया। विभागीय स्टॉल के अवलोकन के दौरान अतिथियों के द्वारा हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं के तहत सामग्री एवं चेक का वितरण किया गया। इसके साथ ही महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना अंतर्गत विवाह सूत्र में बंधे 350 जोडों को आशीर्वाद एवं शुभकामनाएं दी गई। महोत्सव में शैला, करमा सहित अन्य स्थानीय गीत-संगीत एवं नृत्य की मनमोहक प्रस्तति दी गई।
समारोह को संबोधित करते हुए मंत्री डॉ डहरिया ने कहा कि प्राकृतिक व सांस्कृतिक धरोहर की संरक्षण की उद्देश्य से आयोजित किए जाने वाले मैनपाट महोत्सव में छत्तीसगढ़ी व जनजातीय कला संस्कृति की झलक दिखती है। महोत्सव के आयोजन से यहां की कला संस्कृति को नई ऊंचाई मिलने के साथ ही विकास में भी तेजी आएगी। सरगुजा में कई दर्शनीय स्थल हैं जिसमें दर्शनीय स्थल एवं सांस्कृतिक विरासत के अनमोल धरोहर भी हैं। मैनपाट में बौद्ध मठ एवं अध्यात्म के भी दर्शन होते हैं। यहां तिब्बती बौद्ध धर्म गुरू दलाई लामा का भी दो बार पदार्पण हुआ है। यहां के तिब्बती भाई-चारे के साथ मिलजूल कर रहते हैं।
डॉ डहरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में सभी वर्ग के लोगों को ध्यान में रखकर योजना बनाई जा रही है ताकि योजना का लाभ व सम्मान सभी वर्ग को मिल सके। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के किसानों को देश में सर्वाधिक मूल्य में धान का पैसा मिल रहा है। अगले वर्ष किसानों को धान का और अधिक मूल्य मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश की उन्नति में युवाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए राजीव युवा मितान क्लब का गठन किया गया है। इसी प्रकार महिला शक्ति को भी शामिल किया जा रहा है। छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के माध्यम से परंपरागत खेलों को पुर्नजीवित करने को प्रयास किया जा रहा है।
संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि 8 वर्ष पहले शुरू हुए मैनपाट महोत्सव का देश-प्रदेश में पहचान बनते जा रहा है। महोत्सव में स्थानीय कला संस्कृति को देखने का अवसर मिलने के साथ ही क्षेत्र के विकास के कार्य भी तेजी से हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार गठन के बाद से लगातार विकास के कार्य हो रहे हैं। किसानों का कर्जा माफी तथा देश में सर्वाधिक मूल्य पर धान की खरीदी करने का कार्य सबसे पहले किया गया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार विकास कार्यों के साथ ही साथ सांस्कृतिक विरासत को सहेजने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि कोविड काल के दौरान भी सरकार ने सबके लिए दवाई, उपचार एवं खाने की व्यवस्था किया। कोविड काल से मुफ्त चावल दिया जा रहा है जो अगले दिसंबर तक जारी रहेगा। इस वर्ष धान खरीदी में रिकार्ड 1 करोड़ 8 लाख मीट्रिक टन की खरीदी की गई। सीजीएमएससी के अध्यक्ष डॉ प्रीतम राम ने कहा कि महोत्सव में सरगुजिहा करमा, शैला नर्तक दलों के साथ ही प्रदेश एवं देश के नामी कलाकारों की प्रस्तुति संबको मोहित करेगा। आने वाले दर्शक पर्यटन के साथ ही विभिन्न मनोरंजन का भी लुफ्त उठा सकेंगे। कलेक्टर कुंदन कुमार ने स्वागत उद्बोधन में कहा कि मैनपाट महोत्सव में विकासगाथा का प्रतिबिंब देखने को मिलेगा। जिले में 41 विशेष पिछड़ी जनजाति के लोगों को नियुक्ति पत्र दिया गया है। 11 स्वामी आत्मानंद स्कूल संचालित हो रहे हैं। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत पोषण तुंहर द्वार संचालित किया जा रहा है। कुपोषण में 5 प्रतिशत की कमी आई है। इस वर्ष धान खरीदी के लिए 52 हजार किसानों से धान खरीदी किया गया है जिसमें 4 हजार से अधिक वन अधिकार पत्रधारी हैं। उन्होंने कहा कि मैनपाट महोत्सव में लगाए गए विभागीय स्टॉल का अवलोकन कर योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
विभागीय स्टॉल का अवलोकन- अतिथियों के द्वारा कृषि, कृषि विज्ञान केन्द्र, पशुपालन, उद्यान, मत्स्य, अन्तयावसायी, नगर निगम, आदिम जाति कल्याण विभाग, रेशम, वन विभाग, समाज कल्याण विभाग का अवलोकन किया गया। स्टॉल में हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं के तहत सामग्री एवं चेक का वितरण किया गया।
मुक्तांजलि वाहन को दिखाई हरी झण्डी-
इस दौरान नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने 6 मुक्तांजलि वाहन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किए। स्वास्थ्य विभाग द्वारा डीएमएफ मद से करीब 40 लाख रुपये की लागत से मुक्तांजलि वाहन क्रय किया गया है।
मंत्री ने उड़ाई पतंग-
इस अवसर पर नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने विभिन्न आकार के पतंग को उड़ाकर पतंग बाजी के लिए प्रोत्साहित किए। इस अवसर उद्यान विभाग द्वारा समूह की महिलाओं द्वारा उत्पादित शहद भेंट किया गया।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ स्थानीय आदिवासी स्वास्थ्य परंपरा एवं वनौषधि पादप बोर्ड के अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक, बीस सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वन समिति के उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल, राज्य मदरसा बोर्ड के सदस्य इरफान सिद्दीकी, राज्य गौ-सेवा आयोग के सदस्य अटल बिहारी यादव, तेल घानी बोर्ड के सदस्य लक्ष्मी गुप्ता, राज्य बीज प्रमाणीकरण बोर्ड के सदस्य अरविंद गुप्ता, राज्य उर्दू अकादमी के सदस्य बदरुद्दीन इराकी, राज्य कर्मकार मंडल के सदस्य अनिल सिंह, पुलिस महानिरीक्षण रामगोपाल गर्ग, पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता, जिला पंचायत सीईओ विश्वदीप, डीएफओ पंकज कमल, नगर निगम आयुक्त प्रतिष्ठा ममगई, जनपद सदस्य उर्मिला खेस्स, जनपद सदस्य आशा अटल यादव, जिला पंचायत सदस्य सुनील बखला, जनपद सदस्य अनिता नागेश्वर यादव, बतौली के जनपद अध्यक्ष सुगिया मिंज व उपाध्यक्ष प्रदीप गुप्ता तथा सरपंच सविता मांझी सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में सैलानी एवं क्षेत्रवासी उपस्थित थे।