रायपुर। इन दिनों एंटी करप्शन विभाग में हुए पुलिस अधिकारीयों की नवीन पदस्थापना चर्चाओं में है। दरअसल एंटी करप्शन विभाग में एक ऐसे एडिशनल एसपी को भेजा गया है। जिन पर खुद करप्शन के कई गंभीर आरोप लगे हैं।
दरअसल 13 मार्च को गृह विभाग ने एक नवीन पदस्थापना की सूची जारी की थी। जिसमे सुकमा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम प्रकाश चंदेल को एन्टी क्रप्शन ब्यूरो मुख्यालय ‘में नवीन पदस्थापना देते हुए उन्हें एसीबी का एडिशनल एसपी बनाया गया है।
एडिशनल एसपी ओम चंदेल घोर नक्सल प्रभावित सुकमा जिला से पहले सरगुजा जिले में
पदस्थ थे। सरगुजा जिले में एडिशनल एसपी ओम चंदेल ने लंबा कार्यकाल गुजारा। इस कार्यकाल के दौरान एडिशनल एसपी ओम चंदेल के कई कारनामे सामने आए। ओम चंदेल
पर अवैध कोयला की तस्करी करवाना जमीन दलालों सहित सटोरियों के साथ सांठगांठ करने के भी आरोप लगे। इतना ही नहीं आरोप यह भी लगा की एडिशनल एसपी ओम चंदेल के इशारों पर सरगुजा जिले में नशे का कारोबार फल-फूल रहा है।
सरगुजा में ओम चंदेल का एक कारनामा खूब सुर्खियों में रहा। एडिशनल एसपी पर आरोप लगा कि सरकारी वाहन को साजिश के तहत कब्जा कर वाहन की मरम्मत में लाखों रुपयों का दुरूपयोग उन्होंने किया है। इस मामले के प्रकाश में आने के बाद शिकायत भी हुई। ऐसे कई गंभीर आरोप ओम चंदेल पर लगे।
इधर सोशल मीडिया में विभाग की किरकिरी होता देख एडिशनल एसपी ओम चंदेल को सजा बतौर घोर नक्सल प्रभावित जिला सुकमा तबादला कर दिया गया। एडिशनल एसपी के कारनामे की फेहरिस्त इतनी लंबी थी कि जैसे ही तबादला सूची जारी हुई शहरवासियों ने अंबिकापुर में जमकर आतिशबाजी की।
एक बार फिर एडिशनल एसपी ओम प्रकाश चंदेल का नाम सुर्खियों में बना हुआ है। चर्चा है कि जिस भ्रष्ट अधिकारी पर कई गंभीर आरोप लगे उस अधिकारी की पदस्थापना एन्टी क्रप्शन ब्यूरो मुख्यालय में करते हुए उन्हें एसीबी का एडिशनल एसपी बनाया गया है। ऐसे में अब एडिशनल एसपी ओम चंदेल की नवीन पदस्थापना को लेकर गृह विभाग पर लोग सवाल उठ रहा है।