राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड के परसा ईस्ट एवं केते बासेन कोयला खदान के सुचारू रूप से संचालन हेतु भूमि उपलब्ध कराने ग्रामीणों ने दो सीएम के नाम सौंपा ज्ञापन
अंबिकापुर: राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड के परसा ईस्ट एवं केते बासेन कोयला खदान के सुचारू रूप से संचालन हेतु भूमि उपलब्ध कराने ग्रामीणों ने दो सीएम के नाम ज्ञापन सौंपे है।
दरअसल छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के उदयपुर विकास खण्ड मे परसा ईस्ट एवं केले बासेन कौल खदान का संचालन विगत दस वर्षों से किया जा रहा है। इस खदान के प्रारंभ होने से खदान प्रभावित परिवारों के अलावा आसपास के स्थानीय लोगों के परिवार की रोजी रोटी चलती है। आवेदकगण खदान प्रभावित परिवार के सदस्य व आसपास के ग्रामीण निवासी है तथा अधिकतर लोग खदान में नौकरी करके अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि खदान खुलने के पूर्व हम लोगों की आर्थिक स्थिति काफी दयनीय थी एवं यहां पर रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं का अभाव था, लेकिन जब से परसा ईस्ट एवं केते बासेन कोयला खदान चालू हुई है तब से हमारे क्षेत्र का सम्पूर्ण विकास होना शुरू हुआ है। इस खदान के खुलने से यहां पर रोजगार के अवसर में वृद्धि हुई है। खदान खुलने से इस क्षेत्र मे निःशुल्क व उत्कृष्ट शिक्षा के लिये कक्षा 10वीं तक अंग्रेजी माध्यम से सी.बी.एस.सी. बोर्ड का स्कूल चल रहा है जिसमे सैकड़ों बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। स्वास्थ्य सुविधा की व्यवस्था की गई है तथा आसपास के ग्रामों में 24 घण्टे एम्बूलेंस की निःशुल्क सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। सभी ग्रामों में प्रशिक्षित चिकित्सकों के माध्यम से स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जाता है जहां पर जरूरतमंदों का निःशुल्क जांच व दवा का वितरण किया जाता है। पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। यहां पर सी.सी. रोड का निर्माण कराया गया है एवं प्रकाश के लिये सोलर स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था की गई है। खेल मैदान की फेन्सिंग कराई गई है। इसके अलावा कौशल विकास केन्द्र स्थापित किया गया है जिसके माध्यम से प्रभावित ग्रामों के इच्छुक युवाओं को निःशुल्क प्रशिक्षण दिलाया जाता है।
उन लोगो द्वारा कहा गया कि हम लोगों को जानकारी मिल रही है कि परसा ईस्ट एवं केते बासेन कोयला खदान मे भूमि की अनुपलब्धता होने के कारण खदान के बंद होने की पूरी संभावना निर्मित हो गई है तथा हर दिन बड़ी-बड़ी मशीनें व डंपर खदान से बाहर जा रहे हैं एवं खदान से मजदूरों को निकालने की कार्यवाही की जा रही है।यही स्थिती कुछ माह पूर्व भी यहां पर निर्मित हुई थी तब एन०जी०ओ० व कुछ बाहरी लोगों के दखलंदाजी के कारण खदान बंद हो गई थी तथा यहां पर कार्यरत अधिकतर लोगों की नौकरी चली गई थी एवं चल रहे सभी विकास कार्य बाधित हुए थे।
खदान के सुचारू रूप से संचालन के लिए जमीन की आवश्यकता है। अगर समय पर जमीन उपलब नही करवाया जायेगा तो हजारों लोगों की रोजी-रोटी छिन जायेगी एवं विकास कार्य ठप हो जाएगा। साथ की खदान के बंद होने से कंपनी द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सभी निःशुल्क सुविधायें बंद हो जायेंगी तथा हमारे परिवार को शिक्षा, स्वास्थ्य व पेयजल जैसे संकटो का सामना करना पड़ेगा। इसलिए परसा ईस्ट एवं के बासेन कोयला खदान के संचालन हेतु तत्काल जमीन उपलब्ध करवाने की मांग की है ताकि हमारी नौकरी चलती रहे ।