कोरिया: जिला चिकित्सालय बैकुण्ठपुर में स्वास्थ्य सुविधा अंतर्गत विगत वर्षो से गर्भवती महिलाओं के सिजेरियन प्रसव हेतु निश्चेतना विशेषज्ञ न होने से कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा था। मातृत्व स्वास्थ्य अंतर्गत कुल गर्भवती महिलाओं में से 15 से 20 प्रतिशत हाई रिस्क प्रेगनेंसी (एच.आर.पी.) प्रकरण में सिजेरियन प्रसव अनिवार्य है। जिससे मातृ-मृत्यु एवं शिशु-मृत्यु दर का कम किया जा सकता है।
जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर में 100 बिस्तरीय जिला चिकित्सालय भवन में जिला कोरिया के अतिरिक्त पड़ोसी जिले सूरजपुर एवं कोरबा की गर्भवती महिलाए प्रसव हेतु पहॅुचतें है। पूर्व में निश्चेतना विशेषज्ञ की अनुपलब्धता का कारण जरूरतमंद एवं गरीब परिवार के गर्भवती महिलाओं को सिजेरियन प्रसव हेतु निजी संस्था या अन्य शहर प्रसव पीड़ा में जाना पड़ता था। पंडित जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय, रायपुर के निश्चेतना विज्ञान एवं दर्द निवारण विभाग से लाइफ सेंविग एनिथिसिया स्किल (स्ै।ै) का प्रशिक्षण डॉ. प्रियंका पाण्डेय के द्वारा पूर्ण कर जिला चिकित्सालय बैकुण्ठपुर में निश्चेतना की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार हेतु जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रयास से शीघ्र सीटी स्कैन मशीन की भी सुविधा आम जनता को उपलब्ध कराई जायेगी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम अंतर्गत, सिजेरियन प्रसव एवं निश्चेतना हेतु निजी क्षेत्रों से विशेषज्ञों की सेवा उपलब्ध कराने हेतु बजट का प्रावधान है। जिले की गर्भवती महिलाओं को अब जिला चिकित्सालय बैकुण्ठपुर में 24ग्7 सामान्य के साथ-साथ सिजेरियन प्रसव की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी।