अंबिकापुर: सरगुजा जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां पासपोर्ट ऑफिस में एसीपी में दबिश देकर जूनियर पासपोर्ट असिस्टेंट ऑफिसर संकट मोचन राय रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।पासपोर्ट वेरिफिकेशन के नाम पर प्रति व्यक्ति 3 हजार रुपए कर रहा था मांग यह एक सप्ताह में ACB की दूसरी बड़ी कार्रवाई है।
जानकारी के मुताबिक बलरामपुर जिले के ग्राम दोलंगी, रामचंद्रपुर निवासी इसरार अंसारी सहित चार लोगों ने पासपोर्ट के लिए आवेदन किया था। पासपोट वेरीफिकेशन के लिए पासपोर्ट आफिस अंबिकापुर के जूनियर पासपोर्ट असिस्टेंट संकट मोचन राय द्वारा प्रति आवेदक तीन हजार रुपये, कुल 12 हजार रुपये की मांग की गई थी। बाद में उनका सौदा 8 हजार रुपये में तय हुआ। इसकी शिकायत इसरार अंसारी ने अंबिकापर ACB से कर दी।
अंबिकापुर के ACB की टीम ने फोन से आवेदक की जूनियर पासपोर्ट असिस्टेंट से बात कराई। फोन रिकार्डिंग में स्पष्ट हो गया कि जूनियर पासपोर्ट असिस्टेंट ने रिश्वत मांगी है तो गुरूवार को एसीबी की टीम ने जूनियर पासपोर्ट असिस्टेंट को रंगे हाथों पकड़ने की योजना बनाई।अंबिकापुर ACB के प्रभारी, डीएसपी प्रमोद कुमार खेस के नेतृत्व में टीम पासपोर्ट आफिस पहुंची एवं केमिकल लगे नोट का नंबर दर्ज कर प्रार्थी को रकम लेकर ऑफिस में भेजा। जैसे ही जूनियर पासपोर्ट असिस्टेंट संकट मोचन राय ने रिश्वत की रकम लेकर पैसे जेब में रखे, एसीबी की टीम ने उसे धर दबोचा।
आरोपी गिरफ्तार, एक पखवाड़े में दूसरी बड़ी कार्रवाई
ACB की टीम ने संकट मोचन राय को गिरफ्तार कर लिया है। उनके खिलाफ एंटी करप्शन एक्ट की धारा 7 PC Act,, 1988 के तहत कार्रवाई की जा रही है। इसके पूर्व एसीबी की टीम ने नगर निवेश कार्यालय के सहायक संचालक और सहायक मानचित्रकार को 35 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है।
दोनों अधिकारियों ने अनापत्ति प्रमाण-पत्र देने के लिए शिकायतकर्ता से 35000 रुपए की मांग की थी। परेशान होकर शिकायतकर्ता ने एसीबी अंबिकापुर को इसकी शिकायत की। 17 मई को एसीबी की टीम ने दोनों अधिकारियों को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया।