सरगुजा जिले के ग्राम पंचायत भिठुवा में प्रशासकीय स्वीकृति से पहले पुल का निर्माण कर दिया गया। जहां इंजीनियर ठेकेदार की मिलीभगत सामने आई है। लेकिन सरकार को बिना खर्च किए ही 10 लाख रुपए की लागत का पुल मुफ्त में मिल गया है। दरअसल सीतापुर विकासखंड के ग्राम भिठुवा में 10 लाख रुपए की लागत से पुल का निर्माण किया जा रहा था। जहां शासकीय नियमो की अनदेखी करते हुए प्रशासकीय स्वीकृति से पहले ही पुल का निर्माण ठेकेदार द्वारा कर दिया गया। वहीं ग्रामीणों ने भी बताया कि इस पुल का निर्माण ठेकेदार द्वारा पूरा कर दिया गया है। इधर इस पूरे मामले को लेकर क्षेत्र विधायक रामकुमार टोप्पो ने भी कहा कि प्रशासकीय स्वीकृति के बिना प्रशासकीय स्वीकृति के कार्य करना बिल्कुल गलत है।इसकी जाँच करवाई जाएगी। वहीं दूसरी ओर जिला पंचायत सीईओ ने इस मामले को लेकर कहा कि अगर प्रशासकीय स्वीकृति से पहले ही पुल का निर्माण कर दिया गया होगा तो उस निर्माण कार्य की राशि जारी नहीं की जाएगी। वही प्रशासकीय स्वीकृति के बैगर निर्माण कार्य करना पूरी तरीके से अवैध माना जाता है। गौरतलब है कि पुल का निर्माण ठेकेदार और इंजीनियर द्वारा भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के लिए प्रशासकीय स्वीकृति से पहले ही पुल का निर्माण कर दिया गया है। लेकिन इस सरकार को बिना खर्च किए ही 10 लाख रुपए लागत का पुल बनकर अब तैयार हो गया है। जो कि ग्रामीणों के लिए बरसात के दिनों में आने-जाने के लिए सहूलियत होगी।