ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद 26 जून से सभी स्कूलों में नए सत्र की शुरुआत हो गई है। जिले में सभी विद्यालयों में शाला प्रवेशोत्सव का आयोजन कर बच्चों का विधिवत स्वागत कर शाला प्रवेश कराया जा रहा है। इसी कड़ी में सोमवार को अम्बिकापुर के मल्टीपरपज विद्यालय में जिला स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में अम्बिकापुर विधायक श्री राजेश अग्रवाल, लुण्ड्रा विधायक श्री प्रबोध मिंज, सीतापुर विधायक श्री रामकुमार टोप्पो, सरगुजा संभागायुक्त श्री जी आर चुरेन्द्र, आईजी श्री अंकित गर्ग, कलेक्टर श्री विलास भोसकर, एसपी श्री योगेश पटेल, स्थानीय जनप्रतिनिधि श्री आलोक दुबे, श्री अखिलेश सोनी, श्री अनिल सिंह मेजर, जिले के अधिकारी-कर्मचारी, विभिन्न विद्यालयों के शिक्षकगण, छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। कस्तूरबा गांधी विद्यालय की छात्राओं ने स्वागत गीत के साथ अतिथियों का स्वागत किया। जिसके पश्चात नव प्रवेशित नन्हे 20 बच्चों का पुष्पमाला और तिलक लगाकर अभिनंदन किया गया तथा मिष्ठान खिलाकर स्वागत किया गया। बच्चों को गणवेष, पाठ्य पुस्तकें, बैग आदि भी प्रदान किया गया। वहीं कक्षा 9वीं की छात्राओं को सरस्वती साइकल योजना के तहत सायकल प्रदान किया गया। जिला शिक्षा अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि सभी स्कूलों में शाला प्रवेशोत्सव का आयोजन किया जा रहा है, निःशुल्क पाठ्य पुस्तकें भी उपलब्ध कराई जा रही है। शासन के द्वारा कक्षा 01 से 08 तक के छात्र-छात्राओं को गणवेश दिया जा रहा है। वहीं कक्षा 9वीं में पढ़ने वाली छात्राओं को सरस्वती साइकल योजना के तहत साइकल भी दिया जाएगा।
अतिथियों ने नवप्रवेशी बच्चों को उज्ज्वल भविष्य की दीं शुभकामनाएं-
कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों ने बच्चों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी।अम्बिकापुर विधायक श्री राजेश अग्रवाल ने कहा कि शुरुआती शिक्षा बच्चे के जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, प्राथमिक कक्षाओं के शिक्षकों का दायित्व है कि नींव को मजबूत करें, वहीं मिडिल कक्षा के शिक्षक उनके रुचि को समझकर लक्ष्य निर्धारण में सहायता करें तथा आगे बढ़ने प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि स्कूलों में पढ़ाई के साथ मानसिक तनाव कम करने विभिन्न गतिविधियों का आयोजन आवश्यक है, इसके लिए प्रार्थना, खेल कूद, योगा मनोरंजन की कक्षाएं आयोजित करें। लुण्ड्रा विधायक श्री प्रबोध मिंज ने कहा कि आज हम सब शाला प्रवेश का उत्सव मना रहे हैं, यह बच्चों के नए जीवन की शुरुआत है। सभी को अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित करना आवश्यक है, शिक्षकों को यह निर्धारित करना होगा कि बच्चों को किस ढंग से पढ़ाएं कैसे आगे बढ़ाएं, ताकि उन्हें आगे ले जा सके। शिक्षा के क्षेत्र में आज बहुत से स्कोप है, अभिभावकों को समझने की ज़रूरत है कि जीवन की दिशा को तय करने की प्रवृत्ति और क्षमता बच्चे में रहे, तभी हम नए समाज का निर्माण कर पाएंगे। सीतापुर विधायक श्री रामकुमार टोप्पो ने कहा कि हम सभी का एक ही उद्देश्य है गुणवत्तापूर्ण शिक्षा। स्कूली शिक्षा के साथ बच्चों का चरित्र निर्माण भी महत्वपूर्ण है, इसकी जिम्मेदारी हम सभी की है।
इस अवसर पर सरगुजा संभागायुक्त श्री जी आर चुरेन्द्र ने कहा कि बच्चों के बेहतर शिक्षा प्रदान कर उनका भविष्य संवारने में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसलिए शिक्षक गम्भीरतापूर्वक अपने दायित्व का निर्वहन करें, समय पर नियमित विद्यालय आएं। उन्होंने कहा कि निरीक्षण हेतु अधिकारी स्वयं समय-समय पर विद्यालयों में जाएं।
बोर्ड परीक्षा में उत्कृष्ट स्थान एवं अलग-अलग क्षेत्रों में विशेष उपलब्धि प्राप्त विद्यार्थी हुए सम्मानित-कार्यक्रम में 10वीं बोर्ड परीक्षा में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त करने वाले स्वामी आत्मानन्द विद्यालय देवगढ़ के छात्र रोशन राजवाड़े एवं सीबीएसई बोर्ड में कार्मेल स्कूल की अक्षरा वर्मा, 12वीं बोर्ड परीक्षा में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त करने वाले प्रयास आवासीय विद्यालय अम्बिकापुर के अनुज सोनी एवं सीबीएसई बोर्ड में ओरिएंटल पब्लिक स्कूल के निलय चौधरी को सम्मानित किया गया। वहीं कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय लखनपुर की 12वीं की छात्रा सावित्री सिंह को जापान के साकुरा साइंस एक्सचेंज कार्यक्रम में शामिल होकर सरगुजा जिले का नाम रोशन करने सम्मानित किया गया।
विभिन्न विद्यालयों के द्वारा लगाए गए स्टॉल, विज्ञान और व्यवसायिक शिक्षण पर आधारित मॉडल किए गए प्रस्तुत-कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालयों के द्वारा विज्ञान और व्यवसायिक शिक्षण पर आधारित मॉडल लगाए गए। जिसमें विज्ञान के बायोगैस संयंत्र, पर्यावरण संरक्षण, प्रकाश संश्लेषण, जल संरक्षण सहित अन्य विषयों के मॉडल प्रदर्शित किए गए। वहीं व्यवसायिक शिक्षा से सम्बन्धित भी घरेलू सजावट की वस्तुएं प्रदर्शनी में रखीं गई।
नवीन कानून संहिता के सम्बन्ध में आईजी ने दी विस्तृत जानकारी-इस दौरान आईजी श्री अंकित गर्ग ने नवीन कानून संहिता के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नवीन कानूनों के माध्यम से कानून का भारतीयकरण किया गया है, यह दण्ड से न्याय की ओर पृथक कदम है। कानूनों में ऐसे प्रावधान किए गए हैं कि सभी को ये एहसास हो, कि हम वास्तव में दण्ड से न्याय की ओर जा रहे है। इसमें पुलिस को और अधिक जवाबदेह बनाया गया। कानून के अंतर्गत समय सीमा ना सिर्फ पुलिस पर बल्कि चिकित्सकों पर भी लागू होगी। भारतीय समाज की वर्तमान स्थिति और आगामी चुनौतियों को देखते हुए इसमें प्रावधान किए गए हैं, परन्तु कानून की मूल भावना पहले की ही तरह है।
उन्होंने बताया कि नवीन क़ानून में जीरो एफआईआर की सुविधा हैं, जिसमें आम व्यक्ति किसी भी क्षेत्र के थाने में अपनी शिकायत एवं रिपोर्ट दर्ज करा सकता हैं, थाना क्षेत्र की सीमा को दूर करने के अन्य प्रावधान भी दिए गए हैं। जीरो एफआईआर के तहत अपराध दर्ज कर सम्बंधित थाने को प्रकरण अग्रिम जांच हेतु निश्चित समयावधि मे भेजा जाना होगा। साथ ही नवीन क़ानून मे कई ऐसे भी बदलाव किये गए हैं, जो आमनागरिकों के प्रति जवाबदेही तय करते हैं।