जल जीवन मिशन के कार्यों में प्रगति लाने कलेक्टर हुए सख्त, की बड़ी कार्रवाई
काम में लापरवाही बरतने पर एक ठेकेदार के सभी 24 अप्रारंभ कार्य हुए निरस्त
आम जन सुविधा को प्राथमिकता देते हुए मिशन में वांछित प्रगति लाने अधिकारियों और ठेकेदारों की बैठक लेकर दिए कड़े निर्देश
कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार की अध्यक्षता में रविवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला जल एवं स्वच्छता मिशन और जल जीवन मिशन की समीक्षा बैठक संपन्न हुई। बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के समस्त अधिकारी और विभाग के कार्यों से जुड़े ठेकेदार शामिल रहे। कलेक्टर श्री कुन्दन ने योजना के तहत नल कनेक्शन के कार्यों की समीक्षा करते हुए जिले में वांछित प्रगति लाने के लिए सभी अधिकारियों और ठेकेदारों को सख्त निर्देशित किया। भ्रमण के दौरान योजना के क्रियान्वयन में मिली खामियों पर कलेक्टर ने गहरी नाराजगी जताते हुए कहा कि आम जन को स्वच्छ पेयजल की सहज आपूर्ति सुनिश्चित करना शासन की मंशा है। इस काम में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने कार्यपालन अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग से जिले के प्रत्येक विकासखंड चल रहे कामों की ठेकेदार वार समीक्षा की।
कलेक्टर द्वारा सख्ती बरतते हुए बैठक में जिले में योजना के तहत काम कर रहे ऐसे ठेकेदार, जो नल कनेक्शन के काम में वांछित प्रगति नहीं ला पाए हैं, उन्हें चिन्हांकित कर टेंडर निरस्त करने के साथ-साथ एक साल के लिए टेंडर सूची से बैन करने पर भी चर्चा की गई। इसी कड़ी में एक ठेकेदार के अप्रारंभ 24 कार्यों को निरस्त किया गया है। इसके साथ कुल 37 कार्यों को निरस्त किया गया है। इसी तरह लापरवाही बरतने वाले ठेकेदार पर आम जन को हुई असुविधा के मद्देनजर ऑपरेशनल कॉस्ट पेनल्टी अधिरोपित करने के भी निर्देश दिए गए।
कलेक्टर ने नई कार्ययोजना बनाते हुए से जल जीवन मिशन के कार्यों में प्रगति लाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने बैठक में कड़े निर्देश देते हुए जल जीवन मिशन के तहत चल रहे 80 से 90 प्रतिशत तक पूर्ण हो चुके निर्माण कार्यों को 20 जून तक पूर्ण करने के निर्देश दिए। जिसपर ईई पीएचई ने बताया कि प्रत्येक विकासखंड में नलकूप खनन के लिए नए सिरे से ड्रिलिंग मशीन का टेंडर किया गया है। लगभग बीस मशीन लगाई जाएगी और अगले एक माह में 150 गांवों में शत प्रतिशत नल कनेक्शन का कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
कलेक्टर ने इस दौरान अन्य विभागों से भी समन्वय करते हुए योजना अंतर्गत कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। बैठक में पीएचई के सभी अधिकारियों को अलग-अलग विकासखंड के प्रभारी बनाए जाने के लिए निर्देशित किया गया है। उन्होंने तत्काल ही सभी निर्देशों का पालन सुनिश्चित किए जाने की बात बैठक में कही।
बैठक में कलेक्टर ने ठेकेदारों को निर्माण कार्यों के दौरान अनुबंधित सभी सुरक्षा मापदंडों का कड़ाई से पालन एवं सभी क्रियाशील घरेलू नल कनेक्शन में क्रमांक अंकित करने को कहा। उन्होंने जिले में ग्रामवार चल रहे जल जीवन मिशन की तकनीकी एवं प्रगति की जानकारी लेकर ठेकेदारों एवं टीपीआई को अनुबंधित समय-सीमा में निर्माण कार्यों को गुणवत्तायुक्त बनाने के निर्देश दिए।