बलरामपुर.. देश मे लोकसभा चुनाव को लेकर इसी महीने आदर्श आचरण संहिता लगने वाली है..ऐसे समय मे राजनीतिक दल और निर्वाचन आयोग चुनाव की तैयारियों में व्यस्त है..इसके साथ ही निर्वाचन आयोग ने तीन वर्षों से अधिक एक ही जगह पर पदस्थ अधिकारियों व गृह जिले में पदस्थ अधिकारियों की सूची तैयार कर उन्हें अन्यंत्र पदस्थ करने के निर्देश दिए है..और इस सम्बन्ध में गाइडलाइन भी जारी किये गये है..लेकिन मंत्रालय स्तर निर्वाचन आयोग के उक्त निर्देशो की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है..इसके साथ विभागीय अफसरों की कृपा दृष्टि से जिले में अंगद की तरह ऐसे आधा दर्जन अधिकारी पॉव पसारे बैठे है!..
जिले में स्कूल शिक्षा विभाग की प्रभारी डीईओ आशा रानी टोप्पो,खाद्य विभाग के अधिकारी एसबी कामठे,उद्यान विभाग के सहायक संचालक पतराम सिह पैंकरा,नागरिक आपूर्ति निगम के आरएन सिह,समग्र शिक्षा के जिला समन्वयक रामप्रकाश जायसवाल लंबे समय से जिले में पदस्थ है..इनमें से रामप्रकाश जायसवाल बलरामपुर जिले के मूल निवासी है..और रामप्रकाश जायसवाल के सम्बंध में राज्य निर्वाचन आयोग से शिकायत भी गई है..बावजूद ऐसे अधिकारियों का ट्रांसफर नही किया गया..अब सवाल यह उठता है कि स्थानीय प्रशासन ने भी राज्य निर्वाचन आयोग को पदस्थापना की जानकारी भेजी तो निर्वाचन आयोग ने सज्ञान लेते हुए विभागीय आलाधिकारियों को तलब क्यो नही किया..