क्या ईयरवैक्स साफ करने का सही तरीका ईयर बड का उपयोग करना है या उस व्यक्ति की मदद लेना जो गली के कोने में खड़ा रहता है और सफाई मशीन लेकर आता है? आइए जानते हैं।
अगर आपके कान में बहुत ज्यादा वैक्स बन रहा है, तो आपको सुनाई देना कम हो सकता है, खांसी हो सकती है, कानों में रैगिंग सेंसेशन (खुरचने की इच्छा) हो सकती है, और चक्कर भी आ सकते हैं। वैक्स निकालने के लिए सबसे पहले उसे सॉफ्ट करना चाहिए। इसके लिए मार्केट में कई प्रकार के ड्रॉप्स उपलब्ध हैं, जिन्हें दिन में तीन-चार बार, पांच से सात दिन तक डालें। अगर वैक्स बाहर नहीं निकलता है, तो अपने ईएनटी डॉक्टर के पास जाएं।
डॉक्टर के पास कान साफ करने के कई विकल्प होते हैं जैसे पानी से फ्लश करना, सक्शन मशीन का उपयोग करना, आदि। ध्यान रखें, अगर कान में पहले से इंफेक्शन है या कान का पर्दा फटा हुआ है, तो पानी का प्रेशर नहीं डालना चाहिए।कभी भी इयरबड या कॉटन को कान के अंदर नहीं डालना चाहिए। बाजार में मिलने वाले ईयर कैंडल्स का उपयोग भी नहीं करना चाहिए, इससे कान में स्किन जल सकती है और वैक्स नहीं निकलता।
कान में वैक्स हमारे कान को प्रोटेक्ट करता है। यह धूल और बैक्टीरिया को फंसाकर अंदर इंफेक्शन से बचाता है। सामान्यतः वैक्स खुद-ब-खुद बाहर आ जाता है, खासकर जब हम बात करते हैं या चबाते हैं। कान के अंदर सफाई करने से वैक्स अंदर की तरफ धकेल जाता है और सुनने की समस्या हो सकती है।अगर कान में कोई ऑपरेशन हुआ है, पर्दे में सुराख है, या इंफेक्शन है, तो पानी का उपयोग नहीं करना चाहिए। वैक्स को हटाने के लिए डॉक्टर की मदद लें।सवाल है कि क्या हमें पैन में तेल डालना चाहिए? जवाब है नहीं। गर्म सरसों का तेल या अन्य तेल कान में डालना सुरक्षित नहीं है।कॉटन बड्स का उपयोग नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे कॉटन अंदर रह सकता है और पर्दे को नुकसान पहुंचा सकता है। वैक्स निकालने के लिए अपने डॉक्टर के पास जाएं। हाइड्रोजन पेरॉक्साइड का उपयोग डॉक्टर की निगरानी में ही करें।बच्चों के कान में दर्द होने के कई कारण हो सकते हैं। यह वैक्स का कारण हो सकता है, या इंफेक्शन भी हो सकता है। बच्चों के मामले में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए और तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए।