सरगुजा जिला में झोला छाप डॉक्टरों का जाल फैला है.. गांव गांव में ये झोला छाप डॉक्टर क्लिनिक संचालित कर बड़े से बड़े बीमारी का इलाज कर रहे है लेकिन स्वास्थ विभाग ऐसे झोला छाप डॉक्टरों पर कार्यवाही करने के बजाय बेखबर है.. अंबिकापुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत सुखरी कालापारा में ऐसे ही एक क्लिनिक संचालित होने की जानकारी लगने पर BIGUL24 की टीम कालापारा के उस क्लिनिक पहुंची .. जहां बकायदा डॉक्टर लोगों का इलाज करते दिखाई दिए ..वही इस क्लिनिक में इलाज कराने आई मरीज से बीमारी के बारे में पूछा गया तो मरीज ने बताया कि लिवर की बीमारी का इलाज के लिए मरीज आई है ..वही डॉक्टर से क्लिनिक के लाइसेंस और डिग्री के बारे में सवाल करने पर डॉक्टर ने बताया कि उसके पास जन स्वास्थ रक्षक का प्रमाण पत्र है और इस प्रमाण पत्र के दम पर विगत 27 सालों से इलाज कर रहा है .. जन स्वास्थ रक्षक डॉक्टर के बारे में जब जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि जन स्वास्थ रक्षक को सालों पहले शासन ने हटा दिया .. लेकिन खुद मनमाने तरीके से लोगों का इलाज कर रहे है बहरहाल गांव में इस तरह का क्लिनिक संचालित होने से स्वास्थ विभाग के कार्य प्रणाली पर भी बड़े सवाल खड़े होते हैं.. आखिर 27 सालों में एक भी बार स्वास्थ विभाग को बिना डिग्री बिना लाइसेंस के संचालित ग्राम सुखरी कालापारा के इस अवैध क्लिनिक पर नजर क्यों नहीं पड़ी . BIGUL24 ने लगातार लोगों के जान से खिलवाड़ करने वाले झोला छाप डॉक्टरों पर नकेल कसने खबर दिखाती रही है .. BIGUL24 के सवाल के बाद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बिना लाइसेंस क्लिनिक संचालित करने वाले झोला छाप डॉक्टरों पर कार्यवाही करने का आश्वासन तो दिया है देखना होगा कार्यवाही होती भी है या सालों से लोगों के जान से खिलवाड़ करने वाले झोला छाप डॉक्टरों का जाल ऐसा ही फैला रहेगा
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